Monday, March 12, 2012

Dil Ka Bhanwar - Dev Anand - Nutan - Tere Ghar Ke Samne - Old Hindi Song...






यह गीत भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अनमोल रत्न है, जो अपनी धुन, गायन और अनोखी शूटिंग तकनीक के लिए जाना जाता है।

गाना "दिल का भंवर करे पुकार" 1963 की क्लासिक फ़िल्म 'तेरे घर के सामने' (Tere Ghar Ke Samne) का है।

यहाँ इस गीत और फ़िल्म से जुड़ी विस्तृत जानकारी और कुछ दिलचस्प तथ्य दिए गए हैं:

गीत और फ़िल्म का विवरण

विवरणजानकारी
गीत"दिल का भंवर करे पुकार, प्यार का राग सुनो"
फ़िल्म का नामतेरे घर के सामने (Tere Ghar Ke Samne) (1963)
गायकमोहम्मद रफ़ी (Mohammed Rafi)
संगीतकारएस. डी. बर्मन (S. D. Burman)
गीतकारहसरत जयपुरी (Hasrat Jaipuri)
निर्देशकविजय आनंद (Vijay Anand)
मुख्य कलाकारदेव आनंद, नूतन
शैलीरोमांटिक, हल्का-फुल्का, बॉलीवुड क्लासिक।

दिलचस्प और अनोखे तथ्य (Interesting and Unique Facts)

  1. कुतुब मीनार के अंदर शूटिंग (The Qutub Minar Shot):

    • यह इस गीत का सबसे प्रसिद्ध और अनूठा तथ्य है। इस पूरे गाने को दिल्ली के कुतुब मीनार के अंदर, मीनार की गोलाकार सीढ़ियों और बालकनी पर फिल्माया गया है।

    • यह इकलौता हिंदी फ़िल्मी गाना माना जाता है, जिसे कुतुब मीनार के अंदर शूट करने की अनुमति मिली थी। सुरक्षा कारणों से अब मीनार के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं है।

  2. अभिनय और रोमांस:

    • देव आनंद और नूतन की जोड़ी इस गीत में बहुत ही आकर्षक लगती है। देव आनंद, अपने सिग्नेचर स्टाइल और नूतन की मासूमियत के साथ, गाने के बोल और धुन के साथ पूरी तरह से न्याय करते हैं।

    • यह गीत रोमांस का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जहाँ नायक (देव आनंद) धीरे-धीरे मीनार के ऊपर चढ़ता है, नायिका (नूतन) को पुकारता है, और वे मीनार के विभिन्न स्तरों पर मिलते हैं।

  3. एस. डी. बर्मन का संगीत:

    • एस. डी. बर्मन ने गाने को एक सरल लेकिन आकर्षक धुन दी। यह गाना राग भीमपलासी (Raag Bhimpalasi) पर आधारित है, जो इसे एक मीठा और रोमांटिक अहसास देता है।

    • उनकी संगीत निर्देशन की सरलता और क्लासिक माधुर्य इस गीत को यादगार बनाते हैं।

  4. देव आनंद और विजय आनंद का सहयोग:

    • यह फ़िल्म देव आनंद के भाई विजय आनंद द्वारा निर्देशित है। विजय आनंद ने कई क्लासिक फ़िल्मों का निर्देशन किया है। उनके निर्देशन में, इस गाने की शूटिंग का रचनात्मक और कलात्मक तरीका आज भी तारीफ़ के काबिल है।

यह गीत आज भी अपनी बेजोड़ लोकेशन और शाश्वत मधुरता (timeless melody) के कारण बॉलीवुड के स्वर्ण युग (Golden Era) के बेहतरीन गीतों में गिना जाता है।


(This video is posted by the channel Saregama Music on YouTube, and Raree India has no direct claim to this video.) This video is added to this post for knowledge purposes only.)

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