यह गीत 'आजा के इंतज़ार में' हिंदी सिनेमा के सबसे भावुक और क्लासिक रोमांटिक युगल गीतों (duets) में से एक है। इसकी मधुरता और मीठा दर्द इसे आज भी यादगार बनाता है।
गीत का विवरण (Song Details)
| विवरण | जानकारी |
| फिल्म (Movie) | हलाकू (Halaku) |
| रिलीज़ वर्ष (Release Year) | 1956 |
| गायक (Singers) | लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी (Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi) |
| संगीत निर्देशक (Music Director) | शंकर-जयकिशन (Shankar-Jaikishan) |
| गीतकार (Lyricist) | शैलेन्द्र (Shailendra) |
| कलाकार (Star Cast) | मीना कुमारी (Meena Kumari), प्रदीप कुमार (Pradeep Kumar) |
रोचक तथ्य (Interesting Facts)
शंकर-जयकिशन की रोमांटिक धुन: संगीतकार जोड़ी शंकर-जयकिशन ने 1950 और 60 के दशक में कई बेहतरीन रोमांटिक गीत दिए। इस गाने की धुन बेहद कोमल है और यह प्रेमियों के इंतजार और मिलन की आशा के भाव को खूबसूरती से व्यक्त करती है।
शैलेन्द्र के सरल और मार्मिक बोल: गीतकार शैलेन्द्र अपनी सरल लेकिन गहरी और हृदयस्पर्शी शायरी के लिए जाने जाते थे। इस गाने में उनके बोल "चुप के से कह गया कोई, आके कानों में, मोहब्बतें जवाँ हैं, जन्नत के कोनों में" आशा और प्रेम की भावना को बड़ी नज़ाकत से बयां करते हैं।
मीना कुमारी और प्रदीप कुमार का रोमांस: यह गीत अभिनेता प्रदीप कुमार और अभिनेत्री मीना कुमारी पर फिल्माया गया है। उस दौर में, इन दोनों की जोड़ी को पर्दे पर बहुत पसंद किया जाता था, और उनके बीच की केमिस्ट्री इस रोमांटिक युगल गीत में चार चाँद लगा देती है।
ऐतिहासिक फिक्शन (Historical Fiction): फिल्म 'हलाकू' एक ऐतिहासिक फिक्शन ड्रामा थी, जिसमें मंगोलियाई शासक हलाकू खान से प्रेरित एक किरदार था। ऐसी एक्शन और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म में इतने मधुर और कोमल रोमांटिक गीतों का होना, उस दौर के संगीतकारों की बहुमुखी प्रतिभा (versatility) को दर्शाता है।
यह गीत आज भी उन लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है जो पुराने हिंदी सिनेमा के सदाबहार रोमांटिक युगल गीतों को पसंद करते हैं।
(This video is posted by channel – Clips n Songs on YouTube, and Raree India has no direct claims to this video. This video is added to this post for knowledge purposes only.)
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