यह वीडियो गायिका छाया गांगुली (Chhaya Ganguli) द्वारा प्रसिद्ध ग़ज़ल "आप की याद आती रही रात भर" की एक लाइव प्रस्तुति है।
यह ग़ज़ल भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित ग़ज़लों में से एक है, जिसे मूल रूप से 1978 की फ़िल्म 'गमन' के लिए रिकॉर्ड किया गया था।
यह ग़ज़ल शायर मख़दूम मोहिउद्दीन ने लिखी थी और इसे संगीतकार जयदेव ने कंपोज किया था। छाया गांगुली की आवाज़ में, यह विरह (बिछोह) और याद की भावना को खूबसूरती से व्यक्त करती है:
ग़ज़ल का केंद्रीय भाव है किसी प्रियजन की याद में पूरी रात जागना ("आप की याद आती रही रात भर") [
]।00:37 शायर यादों के मीठे-कड़वे एहसास को बयां करता है, जहाँ आँखें नम (आँसू भरी) होते हुए भी मुस्कुराती हैं ("चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर") [
]।01:06 विरह की इस रात को "दर्द की शमा" (दर्द की मोमबत्ती) जलते रहने [
] और "ग़म की ला थरथराती रही" (ग़म की लौ का कांपते रहना) जैसे रूपकों से दर्शाया गया है।01:43 यादें बांसुरी की "सुरीली सुहानी सदा" (मीठी ध्वनि) बनकर आती हैं [
], और "याद के चांद" (यादें रूपी चाँद) दिल में उतरते रहते हैं [02:51 ]।04:12 अंतिम छंदों में सड़कों पर भटकते हुए एक दीवाने का ज़िक्र है, जिसकी आवाज़ रात भर गूंजती रही ("कोई दीवाना गलियों में फिरता रहा") [
]।05:28
(This video is posted by channel – Gagan Afzal on YouTube, and Raree India has no direct claims to this video. This video is added to this post for knowledge purposes only.)
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