Gehre paaniyon mein apni kashtiyan utaarne-se pehle,
main kinaaron par unhe aazmaata zaroor hoon..
phir kisi safar par jaata hoon..
Ye alag baat hai,
ki kinaaron ki narm lahron mein aazmayi huyi kashtiyaan bhi,
kabhi kabhi,gahre samandar mein toot kar bikhar jaati hain.
Dost bhi kishtiyon ki tarah hote hain.....
"गहरे पानियों में अपनी कश्तियाँ उतारने-से पहले,
मैं किनारों पर उन्हें आज़माता ज़रूर हूँ..
फिर किसी सफ़र पर जाता हूँ..
ये अलग बात है,
कि किनारों की नर्म लहरों में आज़मायी हुई कश्तियाँ भी,
कभी कभी,
गहरे समंदर में टूट कर बिखर जाती हैं।
दोस्त भी कश्तियों की तरह होते हैं.."
(Prashant Vasl)
पंक्तियों का सार:
तैयारी और परिक्षण: आप गहरे और अनिश्चित सफर पर जाने से पहले, किनारों पर सुरक्षा में अपनी तैयारियों (कश्तियों) को परखते हैं। आप सावधानी बरतते हैं और जोखिम लेने से पहले चीजों को आजमाते हैं।
अप्रत्याशित जोखिम: यह जीवन की एक बड़ी सच्चाई है कि किनारे की नर्म लहरों में परखी हुई चीज भी, गहरे समंदर (जीवन की बड़ी चुनौतियों) में कभी-कभी टूट जाती है। इसका मतलब है कि लाख कोशिशों के बावजूद, अनिश्चितता बनी रहती है।
दोस्तों से तुलना: आप दोस्तों को कश्तियों से तुलना करते हैं, जिसका अर्थ है:
दोस्तों को भी परखना चाहिए।दोस्त भी आपके सफर के साथी होते हैं।कुछ दोस्त, जिन्हें आप भरोसेमंद मानते हैं, वे भी जीवन के कठिन समय (गहरे समंदर) में साथ छोड़ सकते हैं या टूट सकते हैं।
यह दर्शाता है कि आप जीवन में सावधानी रखते हैं, लेकिन आप जोखिम की प्रकृति और मानव संबंधों की भंगुरता (fragility) को भी समझते हैं।
कि किनारों की नर्म लहरों में आज़मायी हुई कश्तियाँ भी,
कभी कभी,
गहरे समंदर में टूट कर बिखर जाती हैं।
दोस्त भी कश्तियों की तरह होते हैं.."
(Prashant Vasl)
पंक्तियों का सार:
तैयारी और परिक्षण: आप गहरे और अनिश्चित सफर पर जाने से पहले, किनारों पर सुरक्षा में अपनी तैयारियों (कश्तियों) को परखते हैं। आप सावधानी बरतते हैं और जोखिम लेने से पहले चीजों को आजमाते हैं।
अप्रत्याशित जोखिम: यह जीवन की एक बड़ी सच्चाई है कि किनारे की नर्म लहरों में परखी हुई चीज भी, गहरे समंदर (जीवन की बड़ी चुनौतियों) में कभी-कभी टूट जाती है। इसका मतलब है कि लाख कोशिशों के बावजूद, अनिश्चितता बनी रहती है।
दोस्तों से तुलना: आप दोस्तों को कश्तियों से तुलना करते हैं, जिसका अर्थ है:
दोस्तों को भी परखना चाहिए।दोस्त भी आपके सफर के साथी होते हैं।कुछ दोस्त, जिन्हें आप भरोसेमंद मानते हैं, वे भी जीवन के कठिन समय (गहरे समंदर) में साथ छोड़ सकते हैं या टूट सकते हैं।
यह दर्शाता है कि आप जीवन में सावधानी रखते हैं, लेकिन आप जोखिम की प्रकृति और मानव संबंधों की भंगुरता (fragility) को भी समझते हैं।

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