फ़िल्म: कश्मीर की कली (Kashmir Ki Kali, 1964)
फ़िल्म के मुख्य विवरण
| विवरण | जानकारी |
| मुख्य कलाकार | शम्मी कपूर (राजीव लाल), शर्मिला टैगोर (चंपा), प्राण, मदन पुरी |
| निर्देशक | शक्ति सामंत (Shakti Samanta) |
| संगीत निर्देशक | ओ.पी. नैय्यर (O.P. Nayyar) |
| गायक | मोहम्मद रफ़ी (Shammi Kapoor की आवाज़), आशा भोंसले |
| गीतकार | एस.एच. बिहारी |
रोचक किस्से (Interesting Stories)
1. शर्मिला टैगोर का हिंदी डेब्यू
यह फ़िल्म अभिनेत्री शर्मिला टैगोर की पहली हिंदी फ़िल्म थी। वह पहले सत्यजीत रे की बंगाली फ़िल्म 'अपूर संसार' (Apur Sansar) में काम कर चुकी थीं।
शर्मिला जी को 'कश्मीर की कली' में फूल बेचने वाली चंपा के रूप में दर्शकों ने खूब पसंद किया, और इस फ़िल्म ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
2. संगीतकार का बदलाव
मूल रूप से, इस फ़िल्म का संगीत मशहूर जोड़ी शंकर-जयकिशन को कंपोज करना था।
लेकिन शम्मी कपूर ने खुद संगीतकार ओ.पी. नैय्यर को शक्ति सामंत से मिलवाया। ओ.पी. नैय्यर के संगीत से शम्मी कपूर बहुत प्रभावित थे।
नैय्यर ने जब कुछ धुनें सुनाईं, तो निर्देशक शक्ति सामंत तुरंत सहमत हो गए। इस तरह, ओ.पी. नैय्यर ने "इशारों इशारों में", "तारीफ़ करूँ क्या उसकी", "दीवाना हुआ बादल" जैसे 9 सुपरहिट गाने दिए।
3. कश्मीर में रिकॉर्ड बारिश और मौसम
फ़िल्म की शूटिंग का अधिकांश हिस्सा कश्मीर की खूबसूरत वादियों में हुआ था (डल झील, शिकारे)।
एक रोचक किस्सा यह है कि शूटिंग के दौरान लगातार 21 दिनों तक भारी बारिश हुई, जिसके कारण शूटिंग रोकनी पड़ी थी।
हालांकि, एक बार मौसम साफ़ होने के बाद, अगले 25 दिनों तक बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई और क्रू ने जल्दी से पूरा शेड्यूल पूरा कर लिया।
4. शम्मी कपूर का भेस (The Pathan Couple Ruse)
फ़िल्म के प्लॉट के एक हिस्से में, हीरो राजीव लाल (शम्मी कपूर) को चंपा (शर्मिला टैगोर) तक पहुँचने के लिए एक नाटक करना पड़ता है।
वह और उनका दोस्त, एक पठान दंपति का भेस बनाते हैं, जहाँ शम्मी कपूर को पर्दा नशीं (बुर्के में लिपटी महिला) बनना पड़ता है। यह सीन फ़िल्म में कॉमेडी का एक क्लासिक उदाहरण है।
इस सीन के बाद ही प्रसिद्ध गाना "इशारों इशारों में दिल लेने वाले" फिल्माया गया है।
5. गानों की फिल्मांकन शैली
"ये चांद सा रोशन चेहरा" गाना डल झील में शिकारे पर फिल्माया गया है, जिसे हिंदी सिनेमा के सबसे रोमांटिक बोट बैले (Boat Ballet) गानों में से एक माना जाता है। शम्मी कपूर की एनर्जी और रफ़ी साहब की आवाज़ का जादू बेमिसाल था।
(This video is posted by the channel Shemaroo Filmi Gaane on YouTube, and Raree India has no direct claim to this video.) This video is added to this post for knowledge purposes only.)
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