गीत / फिल्म — मुख्य विवरण
-
गाना: Akhiyan Mila Ke Jiya Bharma Ke
-
फिल्म: Rattan (1944)
-
गायिका: Zohrabai Ambalewali
-
संगीत निदेशक (Music Director): Naushad
-
गीतकार (Lyricist): D. N. Madhok
-
फिल्म निर्देशक: M. Sadiq
-
फिल्म की प्रसिद्धि: Rattan शब्दों में 1944 की highest-grossing (सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली) फिल्म थी।
क्या खास है यह गीत / फिल्म — रोचक बातें
Zohrabai Ambalewali की खनक & आवाज़
-
Zohrabai की आवाज़ गहरी, मधुर और उस ज़माने की playback singing में अनूठी थी। इस गीत में उनकी आवाज़ की भाव-भंगिमा — प्यार, उम्मीद और थोड़ा विरह — काबिल-ए-तारीफ है।
-
उन दिनों जब फ़िल्म संगीत अभी अपना स्वरूप ले रहा था — Naushad-Zohrabai-Madhok का यह तिकड़ा इसे “evergreen / सदाबहार” बना गया।
Rattan — Naushad को सुपरस्टार बनाने वाली
-
Rattan की सफलता ने Naushad को उस समय के सबसे बड़े संगीतकारों में स्थापित कर दिया था।
-
इस फिल्म का संगीत और गाने — युवा-पुराने, दोनों ही पीढ़ियों में — बेहद लोकप्रिय हुए।
गीत की भाव-गहराई
-
गीत के बोल — “अंखियाँ मिला के जिया भरमा के, चले नहीं जाना…” — नज़र मिलने, दिल में ख्यालों का उभार, मोहब्बत और डर को बयां करते हैं।
-
उस दौर की फिल्मों में जब रोमांस और संवेदनाएं सीमित थी — इस गीत ने चाहने वालों के लिए प्यार का एक नया अंदाज़ पेश किया।
फिल्म + गाने का सांगीतिक और ऐतिहासिक महत्व
-
Rattan उस समय की highest-grossing फिल्म थी — इसका मतलब है कि ये गीत और संगीत बड़े पैमाने पर लोगों के दिलों और स्मृतियों में बसे।
-
साथ ही, Zohrabai Ambalewali जैसी गायकों — पहले-जेनरेशन playback singers — का दौर था, जिसने हिंदी सिने म्यूज़िक की नींव डाली।
क्यों आज भी Akhiyan Mila Ke … खास है
-
इसकी धुन और आवाज़ दोनों मार्मिक और असरदार हैं — कुछ सुनने वालों को आज भी वही पुरानी मोहब्बत की ताज़गी महसूस होती है।
-
यह गीत हमें हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर (1940s-50s) की स्मृति दिलाता है — जब फिल्मों में संगीत सिर्फ मज़ा नहीं, बल्कि भावनाओं की भाषा थी।
-
Zohrabai, Naushad और Madhok — तीनों का प्रभाव-मेला इस गीत में आए दिन कानों में गूंजता है।
(This video is posted by channel – {Shemaroo Filmi Gaane}
on YouTube, and Raree India has no direct claims to this video. This video is
added to this post for knowledge purposes only.)
No comments:
Post a Comment
Do Leave a Comment