यह गाना 'हम प्यार में जलने वालों को करार कहाँ' 1950 के दशक के सबसे भावुक और दर्द भरे गीतों में से एक है, जिसे महान गायकों ने आवाज़ दी है।
गीत का विवरण (Song Details)
| विवरण | जानकारी |
| फिल्म (Movie) | ज्वेल थीफ़ (Jewel Thief) |
| रिलीज़ वर्ष (Release Year) | 1967 |
| गायक (Singers) | लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी (Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi) |
| संगीत निर्देशक (Music Director) | एस. डी. बर्मन (S. D. Burman) |
| गीतकार (Lyricist) | मजरूह सुल्तानपुरी (Majrooh Sultanpuri) |
| कलाकार (Star Cast) | देव आनंद (Dev Anand), वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala), अशोक कुमार (Ashok Kumar) |
| नोट | इस गाने का एक और प्रसिद्ध संस्करण फिल्म जिस देश में गंगा बहती है (1960) से है, लेकिन आपका पूछा गया गाना अक्सर 'ज्वेल थीफ' से जुड़ा हुआ माना जाता है। मैं 'ज्वेल थीफ' के विवरण के साथ आगे बढ़ रहा हूँ, क्योंकि यह युगल गीत (Duet) अधिक लोकप्रिय है। |
रोचक तथ्य (Interesting Facts)
दो अलग-अलग फिल्मों के दो क्लासिक: जैसा कि नोट में बताया गया है, यह पंक्ति 'हम प्यार में जलने वालों को' दो अलग-अलग फिल्मों के दो अलग-अलग गीतों में उपयोग हुई है:
ज्वेल थीफ (1967): इस युगल गीत (लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी) को एक जासूस (Dev Anand) और एक चोरनी (Vyjayantimala) के बीच की रोमांटिक खींचतान को दर्शाते हुए एक पार्टी में फिल्माया गया है।
जिस देश में गंगा बहती है (1960): इस फिल्म में भी इसी मुखड़े (opening line) का प्रयोग हुआ है, जिसे केवल लता मंगेशकर ने गाया था।
एस. डी. बर्मन का संगीत कौशल: एस. डी. बर्मन (S. D. Burman) ने 'ज्वेल थीफ' के लिए एक ऐसा संगीत तैयार किया जो उस समय की जासूसी थ्रिलर (spy thriller) फिल्मों के माहौल के साथ पूरी तरह मेल खाता था। यह गाना फ़िल्मी पार्टी का माहौल बनाने के लिए परफेक्ट था।
देव आनंद और वैजयंतीमाला की केमिस्ट्री: देव आनंद और वैजयंतीमाला की शानदार ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने इस गाने को और भी यादगार बना दिया। उनके स्टाइल और अंदाज़ ने इसे उस दशक का एक प्रतिष्ठित (iconic) गीत बना दिया।
(This video is posted by channel – {Lata Mangeshkar-Topic} on YouTube, and Raree India has no direct claims to this video. This video is added to this post for knowledge purposes only.)