Tuesday, March 06, 2012

Aur Kuch Deir Thehar aur kuch dier na jaa






मोहम्मद रफ़ी साहब का गाया हुआ एक बहुत ही खूबसूरत और दर्द भरा गीत है!

यह गाना फ़िल्म "आखरी खत" (Aakhri Khat, 1966) का है, जिसे बलराज साहनी और इंद्राणी मुखर्जी पर फिल्माया गया था।

यहाँ उस गीत की पहली लाइनें और उससे जुड़ी जानकारी दी गई है:

गीत: और कुछ देर ठहर और कुछ देर ना जा

विवरणजानकारी
गायक (Singer)मोहम्मद रफ़ी (Mohammed Rafi)
संगीतकार (Music Director)खय्याम (Khayyam)
गीतकार (Lyricist)कैफ़ी आज़मी (Kaifi Azmi)
फ़िल्म (Film)आखरी खत (Aakhri Khat, 1966)
कलाकार (Picturized on)बलराज साहनी और इंद्राणी मुखर्जी

इस लाइन का अर्थ (Meaning of the Line)

आप जिस लाइन का ज़िक्र कर रहे हैं:

और कुछ देर ठहर और कुछ देर ना जा...

हिंदी (Hindi)सामान्य अनुवाद (General Meaning)
और कुछ देरFor a little more while
ठहरStay / Wait
और कुछ देरFor a little more while
ना जाDon't go

पूरे शेर का मतलब:

यह गीत विदाई के क्षणों को दर्शाता है, जहाँ प्रेमी अपने प्रिय से आग्रह कर रहा है कि वह थोड़ी देर और रुक जाए, अभी न जाए। यह एक गहरे भावनात्मक लगाव और बिछड़ने के दर्द को व्यक्त करता है।

फ़िल्म से जुड़ा रोचक किस्सा

  • महत्वपूर्ण डेब्यू: यह फ़िल्म निर्देशक चेतन आनंद के बेटे कंवलजीत सिंह की डेब्यू फ़िल्म थी।

  • राजेश खन्ना का डेब्यू: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह फ़िल्म हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की भी पहली फ़िल्म थी! हालांकि, उन्हें मुख्य भूमिका में नहीं लिया गया था।

(This video is posted by the channel Classic Golden Era on YouTube, and Raree India has no direct claim to this video.) This video is added to this post for knowledge purposes only.)

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