(Justju jiski thi usko to na paaya humne...)
अर्थ और विवरण
| विवरण | जानकारी |
| गायक (Singer) | आशा भोसले (Asha Bhosle) |
| संगीतकार (Music Director) | खय्याम (Khayyam) |
| गीतकार/शायर (Lyricist) | शहरयार (Shahryar) |
| फ़िल्म (Film) | उमराव जान (Umrao Jaan, 1981) |
| कलाकार (Picturized on) | रेखा (Rekha) |
इस लाइन का अर्थ (Meaning of the Line)
जस्तजू (Justju): तलाश, खोज, इच्छा (Search, quest, desire)
जिसकी थी: जिसकी थी (Which belonged to, or which was for)
उसको तो न पाया हमने: उसे तो हम पा न सके (Him/that we could not find/get)
पूरे शेर का मतलब:
यह शेर उमराव जान की पूरी ज़िंदगी की त्रासदी (tragedy) को दर्शाता है। वह अपने जीवन में जिस सच्चे प्यार या सम्मान की तलाश कर रही थी, वह उसे कभी नहीं मिला।
"जिस चीज़ की मैंने तलाश की थी, वह हमें नहीं मिली।"
फ़िल्म से जुड़ा रोचक किस्सा
खय्याम का संगीत: खय्याम साहब ने इस फ़िल्म के संगीत को कंपोज करने में बहुत समय लगाया। उन्होंने हर ग़ज़ल को शास्त्रीय संगीत (Classical Music) के आधार पर इतनी खूबसूरती से ढाला कि वह आज भी मील का पत्थर माना जाता है। उन्होंने आशा भोसले को यह गाना गाने के लिए कहा, जबकि उस समय लता मंगेशकर सबसे ज़्यादा ग़ज़लें गाया करती थीं।
राष्ट्रीय पुरस्कार: आशा भोसले को इस फ़िल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।
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