Samajh Jaataa hoon ,lekin dier se, main daav-piech sabke,
Vo baazi jeet jaate hain mere chaalaak hone tak....
भावार्थ (Meaning)
यह शेर इंसान के अनुभव और देर से आने वाली समझ के बीच के दुखद विरोधाभास को दर्शाता है।
पहला मिसरा (First Line): "मैं लोगों के दाँव-पेच (tricks, maneuvers, ploys) को समझ जाता हूँ, लेकिन हमेशा देर से।" यह बताता है कि वक्ता (speaker) सीधा और भरोसेमंद है, और दूसरों की चालाकी को तुरंत पकड़ नहीं पाता।
दूसरा मिसरा (Second Line): "मेरे चालाक (smart, cunning) होने तक, वो (धोखेबाज लोग) बाज़ी (game/bet) जीत चुके होते हैं।" इसका मतलब है कि जब तक वक्ता दुनियादारी सीखकर सचेत होता है और धोखा देने वालों के इरादों को भांपने लायक बनता है, तब तक उसे नुक़सान हो चुका होता है या वह खेल हार चुका होता है।
Unknown

nice 1...
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