Thursday, April 05, 2012

Koi taweez ho.....




Koi taweez ho radd-e-balla ka
Mere peeche mohabbat parr gayi hai



यह शेर उर्दू के समकालीन और बेहद लोकप्रिय शायर वसीम बरेलवी (Waseem Barelvi) का है।

यह शेर उनकी एक मशहूर ग़ज़ल का हिस्सा है, और यह अपनी अनूठी और आधुनिक अभिव्यक्ति (modern expression) के लिए बहुत प्रसिद्ध है।

शेर का अर्थ (Meaning of the Couplet)

यह शेर मोहब्बत को एक परेशानी, बला या मुसीबत के रूप में दर्शाता है, जिससे नायक बचना चाहता है:

  • कोई तावीज़ हो रद्दे-बला का: तावीज़ (Talisman) वह वस्तु है जिसे लोग बुरी बलाओं या बुरी नज़र से बचने के लिए पहनते हैं। 'रद्दे-बला' का अर्थ है मुसीबत को टालना। शायर कहता है कि काश कोई ऐसा तावीज़ मिल जाए जो मुसीबत को टाल दे।

  • मेरे पीछे मोहब्बत पड़ गई है: यहाँ मोहब्बत को एक पीछा करने वाली बला या मुसीबत के रूप में चित्रित किया गया है, जिससे नायक भागना चाहता है। यह एक मज़ाकिया और आधुनिक अंदाज़ है जिसमें प्रेम की ज़बरदस्ती को दर्शाया गया है।

यह शेर वसीम बरेलवी के रोमांटिक लेकिन व्यंग्यात्मक (sarcastic) अंदाज़-ए-बयाँ का एक बेहतरीन उदाहरण है।


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