यह गीत भारतीय संगीत इतिहास का एक ऐसा रत्न है जिसकी चमक वक्त के साथ और बढ़ती गई है। फिल्म 'हमारी याद आएगी' (1961) का यह शीर्षक गीत (Title Track) मुबारक बेगम की सबसे बड़ी पहचान बना।
यहाँ इस भावुक कर देने वाले गीत की जानकारी दी गई है:
गीत का विवरण
गायिका: मुबारक बेगम
संगीतकार: स्नेहल भाटकर (Snehal Bhatkar)
गीतकार: किदार शर्मा (Kidar Sharma)
फिल्म: हमारी याद आएगी (1961)
कलाकार: तनुजा और अशोक शर्मा
इस गीत से जुड़ी खास बातें
मुबारक बेगम की आवाज़: यह गाना मुबारक बेगम के करियर का सबसे सफल गाना माना जाता है। उनकी आवाज़ में जो दर्द और खनक है, उसने इस गाने को 'अमर' बना दिया।
तनुजा की पहली फिल्म: इस फिल्म से अभिनेत्री तनुजा (काजोल की माँ) ने बतौर मुख्य अभिनेत्री अपने करियर की शुरुआत की थी।
सादगी और गहराई: संगीतकार स्नेहल भाटकर ने बहुत ही कम साज़ों का इस्तेमाल किया, जिससे गीत के बोल सीधे दिल को छूते हैं।
गीत के बोल (मुख्य अंश)
"कभी तन्हाइयों में यूँ, हमारी याद आएगी अँधेरे छा रहे होंगे, कि बिजली कौंध जाएगी"
क्या आप जानते हैं?
मुबारक बेगम ने एक बार बताया था कि इस गाने की रिकॉर्डिंग के वक्त वे बहुत भावुक हो गई थीं। किदार शर्मा (जो फिल्म के निर्देशक और गीतकार दोनों थे) चाहते थे कि गाने में विछोह का असली दर्द महसूस हो, और मुबारक बेगम ने उसे बखूबी निभाया।
(This video is posted by channel – {Nupur Movies}
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